कौवा चला हंस की चाल प्रेरणादायक हिंदी कहानी  

कौवा चला हंस की चाल प्रेरणादायक हिंदी कहानी  गुरुर न कर अपनी काबिलियत का तेरा ही गुरुर तोड़ेगा जब तुझसे तेरा जैसा ही टकराएगा क्या हंस कौवे का घमंड और अहंकार चूर-चूर कर पाएगा जानने के लिए पढ़िए पूरा आर्टिकल हमारा एक मोरल स्टोरी के साथ |

कौवा चला हंस की चाल प्रेरणादायक हिंदी कहानी  Kauwa Chala Hans Ki Chaal Kahani

कौवा-चला-हंस-की-चाल-प्रेरणादायक-हिंदी-कहानी  

एक जंगल में समुद्री तट के किनारे एक छोटी सी कुटिया के अंदर दो संत रहा करते थे अपना दिल लगाने के लिए वे जंगल के हर जीव जंतुओं से रिश्ता जोड़ लिया करते थे सभी से खूब प्रेम किया करते थे सभी पक्षी सभी जानवर उन संतों के साथ में बड़े प्यार से हंसी खुशी से रहा करते थे | 

उन्ही  में से में से एक कौवा जिसे अपने उड़ने की काबिलियत पर बड़ा ही घमंड था और इसी अहंकार के चलते उसकी जंगल में किसी भी जीव जंतु पक्षी के साथ कभी बन ना पाई उसे ऐसा लगता था कि जो मैं कर सकता हूं मेरे अलावा और कोई कर ही नहीं सकता यह कौवा किसी को नीचे दिखाने मैं भी कोई कसर नहीं छोड़ता था |  

कौवा के इस रवैया से हर कोई बड़ा परेशान था एक दिन कौवा खाना खा रहा होता है और तभी उसकी नजर दूर से आ रहे एक बूढ़े हंस पर पड़ती है और कौवा उड़ कर उस हंस के पास जाता है और हंस से कहता है सुना है कि तुम बहुत ऊंचा और तेज उड़ लेते हो चलो आज मेरे साथ 1 प्रतियोगिता करो और मुझे हराकर बताओ देखते हैं कौन कितना ऊंचा और तेज उड़ता है, 

Read Also > शेर और मगर की कहानी 

हंस कौवे से कहता है कि अरे भाई मुझे तुमसे कोई भी प्रतियोगिता नहीं करना है मैं तुम्हारी काबिलियत की कद्र करता हूं मुझे पता है तुम बहुत ऊंचा और तेज उड़ लेते हो फिर कौवा हंस को ललकारता है और कहता है कि साफ-साफ क्यों नहीं कहते कि तुम मुझसे प्रतियोगिता करने से डरते हो,  

फिर कौवा बड़ी जोर-जोर से हंस के ऊपर हंसते लगता है और कहता है कि हां अब तुम में वह बात कहा क्योंकि अब तो तुम बूढ़े हो चुके हो मेरे आगे हर कोई फेल है कौवा की बात सुनकर हंस को बड़ा ही दुख होता है फिर हंस कौवे के साथ प्रतियोगिता करने के लिए कहता है, 

कौवा चला हंस की चाल प्रेरणादायक हिंदी कहानी

NATIVE ASYNC

1 घंटे के बाद प्रतियोगिता शुरू होती है और जंगल के सभी जानवर पक्षी दोनों की प्रतियोगिता देखने के लिए  एकत्रित होते हैं दोनों बढ़िया तरीके से उड़ाना शुरू कर देते हैं हंस बड़ी सहज और श्रद्धा के साथ आराम से उठ रहा होता है और वही कौवा हंस को हराने के लिए काफी तेज उड़ाना शुरू कर देता है,

उड़ते उड़ते वह दोनों काफी दूर तक निकल जाते हैं समुद्री तट के इस छोर से उस छोर तक सिर्फ और सिर्फ ऊपर से उन्हें पानी ही  दिखाई दे रहा होता है कौवा उड़ते उड़ते थक जाता है पर हार नहीं मानता कौवे की इस मेहनत को देखकर हंस सोचता है कि चलो इसे  जीतने का एक मौका देते हैं और हंस जानबूझकर कौवा से हार जाता है, 

कौवा अपनी जीत का जश्न बड़ी धूमधाम से मना रहा होता है और हंस को भरी महफिल में बेइज्जत करता है और कहता है कि मैंने कहा था ना तुम मुझसे कभी आगे नहीं निकल पाओगे हंस कौवे को हंसकर जवाब देता है कि सबकी अपनी-अपनी काबिलियत है,|  

हर कोई अपने-अपने काम में माहिर होता है हर कोई हर काम में माहिर हो ऐसा तो हो नहीं सकता ना इतने में कौवा कहता है कि मैं हर काम कर सकता हूं दुनिया में ऐसा कोई काम नहीं जिसे मैं कर ना सकूं मेरे जैसा दूसरा काबिल हो ही नहीं सकता तो हंस ने कहा कि मैं तो पानी में चलता हूं क्या तुम मेरे साथ पानी में चल सकते हो,

Read Also >  रास्ते का पत्थर की कहानी

हंस की बात सुनकर कौवा सोच में पड़ जाता है और मन ही मन मैं सोचता है कि यदि मैंने मना कर दिया तो मेरी बेइज्जती हो जाएगी और मैं अपनी बेइज्जती बर्दाश्त कतई नहीं करूंगा और ताव ताओं में कौवा हंस को पानी में  प्रतियोगिता करने के लिए हा कर देता है, 

दोनों जने प्रतियोगिता को शुरू करने के लिए किनारे पर खड़े हो जाते हैं और हंस पानी में चलने लगता है कौवा भी हंस को देखकर चलने लगता है और कुछ ही दूरी पर चलने के बाद कौवा डूबने लगता है और जोर-जोर से अपनी जान बचाने के लिए गुहार लगाने लगता है कौवे की आवाज सुनकर हंस उसके नजदीक आता है और उसे उठाकर किनारे रखता है,  

यह सारा नजारा देखकर वह दोनों संत कौवे को समझाते हैं और कहते हैं कि ईश्वर ने सबको काबिल बनाया है हर किसी के अंदर अपने-अपने हिसाब से काबिलियत छुपी होती है इसका मतलब यह नहीं की हर व्यक्ति हर काम में माहिर हो संतों की बात सुनकर कौवे को अपनी गलती का एहसास होता है और वह हंस से सबके सामने माफी मांगता है,  

कौवा चला हंस की चाल प्रेरणादायक हिंदी कहानी

Read Also > सबसे अच्छी नैतिक कहानी कौन सी है

सिख – Kauwa Chala Hans Ki Chaal Kahani

मोरल ऑफ द स्टोरी इस कहानी से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि जीवन में हमें कभी किसी से भी खुद को कंपेयर नहीं करना चाहिए ईश्वर ने सभी के अंदर काबिलियत दी है इसलिए हर व्यक्ति हर काम करने के योग्य नहीं है हर इंसान को अपनी काबिलियत के अनुसार ही काम करना चाहिए

निष्कर्ष – आज आपने क्या सीखा

दोस्तों हम आशा करते हैं कि आपको हमारी यह कहानी कौवा चला हंस की चाल Kauwa Chala Hans Ki Chaal Kahani जरूर पसंद आई होगी यदि आपको हमारी यह स्टोरी पसंद आती है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ सांझा कर सकते हैं ऐसी ही प्रेरणादायक मोरल स्टोरी पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट www.ganeshkushwah.com को सब्सक्राइब करना ना भूले मिलते हैं एक और अमेजिंग, प्रेरणादायक, इंस्पायर,मोरल, कहानी के साथ | 

अपना कीमती समय हमें देने के लिए आप सभी का तहे दिल से धन्यवाद  “

 

about me which are enough for you to know about me, I like to write and I write part time as I get time, yet my article is published everyday

Leave a Comment