समय का सदुपयोग हिंदी कहानी समय का सदुपयोग करना हर किसी को आता नहीं जिसे आता है वह आगे निकल जाता है और जो समय का सदुपयोग नहीं करना जानता वह पीछे रह जाता है इस छोटी सी कहानी के माध्यम से आज हम आपके साथ साझा करेंगे समय का सदुपयोग करना कैसे सीखे |
समय का सदुपयोग हिंदी कहानी | Right use of time hindi moral story
सोनू और मोनू नाम की दो बहने थी सोनू पढ़ने में बहुत ही होशियार थी वही मोनू पढ़ने में थोड़ी कमजोर थी दोनों के एग्जाम आने वाले थे सोनू अपने कमरे में बैठकर पढ़ाई कर रही होती है तभी मोनू आती है और कहती है कि अरे सोनू तुम अभी तक पढ़ रही हो चलो साथ में खाना खाते हैं फिर खेलने चलते हैं,
जवाब में सोनू कहती है कि अरे बस थोड़ा सा पढ़ लेती हूं वरना टीचर मुझे डाटेंगी और अगले हफ्ते से हमारी एग्जाम भी तो नजदीक आ रही है सोनू अपने समय का सदुपयोग करना जानती थी वही मोनू अपने समय का सही से इस्तेमाल करना नहीं जानती थी वह हर काम को कल पर ही टाल देती थी |
सोनू ने मोनू से पूछा क्या तुम्हारा प्रोजेक्ट कंप्लीट हो गया मोनू कहती है कि अभी मेरा प्रोजेक्ट कंप्लीट नहीं हुआ है वह तो मुझे सिक्स 6 पीरियड में देना है अभी तो दो 2 पीरियड बच्चे हैं मैं तो फटाफट कर लूंगी पर तुम यह बताओ मेरे साथ खाना खा रही हो या नहीं |
सोनू मोनू से कहती है कि अरे बहन अपना प्रोजेक्ट कंप्लीट कर ले वरना मैडम डांटेंगी ”सोनू और मोनू के माता-पिता हमेशा मोनू को बड़ी बहन सोनू का उदाहरण देकर ही समझते थे और कहते थे कि मोनू बेटा अब तुम बड़ी हो गई हो समझदार हो गई हो खेलने के साथ में पढ़ाई पर भी ध्यान दिया करो |
देखो तुम्हारी बड़ी बहन सोनू समय पर पड़ती है समय पर खाती है समय पर खेलने जाती है और अपना सारा काम समय पर कंप्लीट करती है तुम्हारी तरह अपना काम कल पर कभी नहीं टालती तुम अपनी बहन से कुछ सिखती क्यों नहीं हो आज समय का सही उपयोग करना नहीं सीखोगी तो कल तुम बहुत पछताओगी |
मोनू कहती है कि हां मम्मी पापा मैं कल से पक्का हर काम अपना समय पर करूंगी पर आज मुझे खेलने जाने दो कल से आपको शिकायत का मौका नहीं दूंगी इतना कहकर मोनू खेलने चली जाती है,
Read Also – भूखी चिड़िया और बढ़ई की कहानी – Bhukhi Chidiya aur Badhai ki Kahani
समय का सदुपयोग मोनू करना सीख नहीं पाती है और अपनी टालने की आदत की वजह से वह बहुत ही बड़ी लापरवाह होती चली जाती है सोनू और मोनू के एग्जाम भी नजदीक आ चुके थे परीक्षा में केवल सिर्फ दो ही दिन बचे थे |
सोनू और मोनू के पिताजी दोनों को समझते हैं और कहते हैं कि बच्चों अगले हफ्ते सोमवार से तुम दोनों के एग्जाम शुरू हो जाएंगे खूब मन लगाकर पढ़ना पर बेटा मोनू मुझे तुम्हारी बड़ी ही फिक्र होती है,
की बेटा तुम हमेशा अपना काम टाल देती हो अपना काम कभी भी कल पर नहीं टालना चाहिए तुम अपनी बहन सोनू से कुछ सीख लिया करो और सभी पाठ समय से पढ़ लेना और एग्जाम की तैयारी अच्छे से करना बेस्ट ऑफ लक इतना कहकर सोनू और मोनू के पिताजी बाहर चले जाते हैं,
मोनू अपनी आदतों से कहां बाज जाने वाली थी पिताजी के जाते ही वह सोनू से कहती है कि चलना बाहर कितना सुहाना मौसम हो रहा है पढ़ाई हम आकर कर लेंगे अभी खेलने चलते हैं कितने सुहाने मौसम में खेलने का मजा ही कुछ और है,
सोनू कहती है कि मैं नहीं जाऊंगी और तुम्हें भी नहीं जाना चाहिए यदि हम अपने समय को यूं ही बर्बाद कर देंगे तो परीक्षा के वक्त हम क्या पेपर में लिख कर आएंगे सोनू की बात का मोनू पर कोई भी असर नहीं होता है और मोनू कहती है कि तुम अपनी पढ़ाई करती रहो मैं तो चली बाहर खेलने |
समय का सदुपयोग हिंदी कहानी
कुछ देर के बाद सोनू खिड़की खोलकर देखती है की मौसम बड़ा ही खतरनाक हो रहा था आंधी तूफान जोर जोर से चल रहे थे उसे इस बात की फिक्र सता रही थी कि यदि मौसम इसी तरह से रहा और बिजली चली गई तो मैं अपना पाठ कैसे कंप्लीट करूंगी इसी बात की चिंता सोनू को सताती है,
और सोनू खिड़की से मोनू को आवाज लगती है और कहती है कि मोनू वापस आ जाओ और आकर अपनी पढ़ाई कंप्लीट कर लो वरना लाइट चली गई तो तुम पढ़ नहीं पाओगी पढ़ोगे नहीं तो परीक्षा में क्या लिख कर आओगी जल्दी से अंदर आ जाओ उधर से मोनू चिल्लाती है और कहती है चिंता मत करो सोनू दीदी अभी तो दोपहर का वक्त है रात को मैं बैठकर फटाफट पढ़ लूंगी और सारे पाठ खत्म कर दूंगी |
मोनू खेल में इतनी दीवानी हो चुकी थी कि उसे वक्त का पता ही नहीं चला शाम के वक्त मोनू अपने घर लोटती है और घर आकर देखती है कि घर पर बिजली नहीं है और यह देखकर वह जोर से रोने लगती है और कहती है मां बिजली भी नहीं है अब मैं कैसे पढ़ाई करुंगी पता नहीं बिजली कब तक आएगी यदि बिजली नहीं आई तो मैं परीक्षा में क्या लिख कर आऊंगी क्योंकि मैं अभी तक बिल्कुल भी पढ़ाई नहीं की है मैं तो फेल हो जाऊंगी और खूब जोर-जोर से रोने लगती है,
सोनू ने कहा मैंने कहा था ना मोनू तुम्हें कि तुम घर लौट आओ तुम मेरी बात क्यों नहीं सुनती हो मैंने तुम्हें एक हफ्ते पहले ही समझाया था की समय का सदुपयोग करो खेल में ज्यादा दिमाग मत लगाओ पढ़ाई पर ध्यान दो समय पर पढ़ाई करना चाहिए तुम्हें लेकिन तुम्हें कोई भी बात समझ में क्यों नहीं आती है,
मोनू रोते हुए अपने मम्मी पापा और बड़ी बहन सोनू से माफी मांगती है और कहती है कि अब से मैं ऐसी गलती दोबारा नहीं करूंगी मैं अपने समय का सदुपयोग करूंगी फिर सोनू मोनू से कहती है कि कोई बात नहीं मैं तुम्हारी मदद करूंगी क्योंकि मैंने अपनी पढ़ाई पूरी कंप्लीट कर ली है मैं तुम्हें भी पढ़ा दूंगी |
मोनू को अपनी गलती का एहसास होता है और वह अपनी लापरवाही वाली आदत से मुंह मोड़ लेती है और अपने समय का सही सदुपयोग करना सीख जाती है और अगले दिन वह दोनों बहने खुशी-खुशी एग्जाम देने स्कूल चली जाती हैं,
Read Also – रास्ते का पत्थर की कहानी | The Stone On The Road Story In Hindi
सिख ( Moral Stories In Hindi )
समय का सदुपयोग करना सीख ले बंदे वरना तु कल बहुत पछताएगा हाथ में होगा वक़्त तेरे पर हाथ ना तेरे कुछ आएगा पछताएगा अपने अतीत को बार-बार याद करके पर यह वक्त दोबारा कभी ना ला पाएगा इसलिए सीख ले समय का सदुपयोग करना बंदे वरना तू कल बहुत पछताएगा |
निष्कर्ष – आज आपने क्या सीखा ?
मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख समय का सदुपयोग हिंदी कहानी | Right use of time hindi moral story जरुर पसंद आई होगी। मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को ख़ास कर छोटे बच्चों को प्रेरणादायक कहानियों के विषय में पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है।
इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी कहानियां भी मिल जायेंगे। यदि आपके मन में इस Article को लेकर कोई भी Doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच Comments लिख सकते हैं।
यदि आपको यह लेख Right use of time hindi moral story पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter और दुसरे Social media sites share कीजिये।
हमसे जुड़े रहने के लिए और ऐसे ही मजेदार कहानियां पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट www.ganeshkushwah.com को सब्सक्राइब करना ना भूले अपना कीमती समय हमें देने के लिए आप सभी का तह दिल से ” धन्यवाद ”