Story of the Wolf and the Lamb in Hindi भेड़िये और मेमने की एक  कहानी

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं नमस्कार दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं Story of the Wolf and the Lamb in Hindi आर्टिकल के जरिए हम आपके साथ साझा कर रहे हैं भेड़िये और मेमने की कहानी क्या मेमना भेड़िए  से अपनी जान बचा पायेगा जानने के लिए पढ़िए  पूरा आर्टिकल हमारा , ( भेड़िये और मेमने की  कहानी

Story of the Wolf and the Lamb in Hindi भेड़िये और मेमने की कहानी

Story of the Wolf and the Lamb in Hindi भेड़िये और मेमने की एक  कहानी

एक जंगल में एक भेड़िया नदी के ऊंचे स्थान पर पानी पी रहा होता है और उसकी नजर नदी के निचले स्तर पर पानी पी रहे एक छोटे से मेमने  पर पड़ती है जो वही नदी के निचले हिस्से में पानी पी रहा होता है भेड़िया  मेमना को देखकर बहुत खुश होता है और सोचने लगता है कितने ही महीने निकल गए मैंने अभी तक किसी भी नन्हे- मेमना का शिकार नहीं किया

और भेड़िया सोचने लगा कि  यार यह मैमना कितना अच्छा दिखाई पड़ रहा है शायद यह बहुत ही कम उम्र का है इसे खाकर तो सच में बहुत मजा आएगा इसे देखकर तो मेरे मुंह में पानी आ रहा है,

 कितना अच्छा होता कि मैं इसे खा लेता फिर थोड़ी देर बाद ही वह भेड़िया उस नन्हे से मेमना पर चिल्लाने लगता है और कहता है कि अरे छोटे से नालायक जानवर तुम क्या कर रहे हो यह पीने का पानी सिर्फ मेरे लिए है तुमने सारा पानी गंदा कर दिया कितना कचरा इसके अंदर तुमने डाल दिया है, 

अब इसे कौन साफ करेगा तू करेगा या तेरा बाप करेगा इस तरह से भेड़िया मेमना से बदतमीजी करता है उधर मेमना बड़ी तमीज से उस भेड़िया से बात करता है हालांकि मेमना थोड़ा सा घबरा जाता है क्योंकि भेड़िया उससे कई गुना बड़ा था मैंमना को बार-बार देखकर भेड़िए की लार टपक रही थी  उस से रहा नहीं जा रहा था,

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Story of the Wolf and the Lamb in Hindi भेड़िये और मेमने की एक  कहानी

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वह तो कैसे भी करके उस मेंमना को बस खाने की खुराक में था  मेमना थोड़ा सहमा और उसने भेड़िया से कहा भेड़िया भाई यह पानी तो तुम्हारी तरफ से ऊपर से आ रहा है मैं भला इसे कैसे गंदा कर सकता हूं और आप जहां पानी पी रहे हैं  वह स्थान ऊंचाई पर है,

और नदी का पानी मेरी और नीचे की तरफ बह रहा है तो भाई ऊपर से बहते हुए पानी को मैं कैसे भला गंदा कर सकता हूं  जब इतनी बात मैंमना ने भेड़िया से कहीं तो भेड़िया को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अब वह क्या कहे फ़िर वह बातों को काटने लगता है और मेमना से कहता है हां ठीक है ठीक है चलो चलो कोई बात नहीं,

भेड़िया के पास कहने के लिए कुछ था नहीं तो उसने मेमना के ऊपर इल्जाम लगाना शुरू कर दिया और कहने लगा कि डेढ़ साल पहले तुमने मुझे गाली क्यों बकी थी यह कहकर भेड़िया गुस्सा करने लगा और मेमना के ऊपर  चिढ़ने  लगा ,

मैंमना मुस्कुरा कर कहता है अरे भेड़िया भाई डेढ़ साल पहले मैं तुम्हें गाली कैसे दे सकता हूं   जब तो मैं पैदा ही नहीं हुआ था शायद आपको गलतफहमी हुई है मेमना डरने लगता है और उसे घबराहट होती है अंदर ही अंदर से उसे अच्छा नहीं लग रहा होता है वह भागने की फिराक में रहता है और सोचता है कि मैं कैसे यहाँ से निकलूं,

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और उधर भेड़िया मेमना से कहता है कोई बात नहीं तूने गाली नहीं दी तो तेरे बाप ने मुझे गाली दी होगी हे तो तू उसी का खून ना आज मैं तुझे छोड़ूंगा नहीं तू ने गाली दी हो या ना दी हो चाहे तू कितनी भी कोशिश कर ले मुझसे दूर भागने कि आज मैं तुझे खाकर ही दम लूंगा मैं तुझे अपना भोजन अवश्य बनाऊंगा,

और भेडिया कहता है कि मैं तुझ से बहस करके अपना वक्त बर्बाद नहीं कर सकता और भेड़िया मेमने की ओर झपटा मारता है  मेमना बिचारा सहमा सा उसका एक पैर पानी में चला जाता है और अपना वैलेंस खो देता है जैसे तैसे करके वह खुद को बाहर निकालता है,

और वहां से भागने लगता है जितना वह तेज भागता उतना ही भेड़िया उसके पीछे पीछे भागता मेमना बिचारा कितना भागता पूरे जंगल में चक्कर काट रहा था पर उसे बचाने वाला कोई नहीं था भागते भागते मेमना एक झाड़ी के पीछे छुप जाता है,

Story of the Wolf and the Lamb in Hindi भेड़िये और मेमने की एक  कहानी

और उसे लगता है कि शायद मेरी जान बच गई मेमना बिचारा पूरी तरह से थक चुका था वह पूरे पसीने पसीने में हो चुका था पर तभी वह देखता है  भेड़िया उसे देख लेता है और उस पर झपट्टा मार देता है  भेड़िया ने मेमना की गर्दन दबा दी और उसे नोच डाला,

और उसे बुरी तरह से मार डाला उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए मेमना की लाख कोशिशें भी काम ना आई मेमना का दर्द भेड़िया समझ नहीं पाया मेमना ने अपनी जान बचाने के लिए बहुत गुहार लगाई पर भेड़िया ने उसकी एक न सुनी और उसे पूरी तरह से मार डाला,

मेमना का मांस खाते वक्त भेड़िया इतना मुस्कुरा रहा था उसे खाने में इतना मजा आ रहा था और वह मन ही मन सोच रहा था कि आज तो मैंने खूब अच्छा शिकार किया है इतना अच्छा मांस खाने को जो मुझे मिला है 

सीखStory of the Wolf and the Lamb in Hindi ) 

जीवन में कभी भी ऐसा लगे कि हमें यहां पर खतरा है तो वहां से तुरंत निकल जाना चाहिए लोग तो बैठे हैं तुम्हें नोचने के लिए तुम्हें मारने के लिए वह तो तुम से लड़ने के लिए कुछ ना कुछ कमी तो जरूर ढूंढ लेंगे बेहतर यही होगा कि हम वहां से चुपचाप निकल जाए बिना कुछ कहे इसी में हमारी समझदारी है फालतू किसी के हमें मुंह नहीं लगना है,

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Conclusion – निष्कर्ष

दोस्तों हम आशा करते हैं कि आपको हमारी यह कहानी  Story of the Wolf and the Lamb in Hindi जरूर पसंद आई होगी यदि आपको यह हमारी स्टोरी भेड़िये और मेमने की कहानी पसंद आती है तो इसे आप अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें

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राधे कृष्णा

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