राहगीर और एक पर्स की कहानी The Travellers And Purse Story In Hindi

 श्री शिवाय नमस्तुभ्यं नमस्कार बंधुओं आज की कहानी है राहगीर और एक पर्स की कहानी The Travellers And The Purse Story In Hindi इस आर्टिकल के माध्यम से आज हम आपके साथ साझा कर रहे हैं की रास्ते में सफर कर रहे 2 व्यक्तियों को एक पर्स दिखता है और वे दोनों उस पर्स के लिए झगड़ने लगते हैं  दोनों व्यक्तियों में से किसे यह पर्स मिलेगा जानने के लिए पढ़िए पूरा आर्टिकल हमारा ( Yatri Aur Batua Ki Kahani)

The Travellers And Purse Story In Hindi

The Travellers And Purse Story In Hindi

एक बारी दो व्यक्ति एक ही जगह से एक ही बस मैं  एक ही शहर में जाने के लिए सफर पर एक साथ निकल पड़ते हैं रास्ते में दोनों की काफ़ी बातें होती हैं पर वह दोनों आपस में दोस्त नहीं बन पाते हैं जब वे दोनों बस से नीचे उतरते हैं और कुछ देर के बाद उन्हें खाली सड़क पर एक पर्स मिलता है पहला व्यक्ति उस पर्स को उठाता है वह पर्स काफी भारी होता है ,

पहले व्यक्ति के अंदर थोड़ा-सा लालच आ जाता है और वह कहने लगता है कि मेरी तो किस्मत ही खुल गई जो मुझे इतना भरा हुआ पर्स  मुझे ही मिला है मुझे तो इसमें  काफी वजन लग रहा है लगता हैं इस पर्श मैं काफी माल हैं आज तो पार्टी करूँगा और वह खूब जोर जोर से हंसने लगता है,

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पहले वाले व्यक्ति की बात सुन कर दूसरा व्यक्ति कहता है अरे भाई तुम अकेले कैसे इस पर्श के हिस्सेदार हो मैं भी तो तुम्हारे साथ हूं ना मैंने भी तो यह पर्स देखा है और इस पर्श मैं जितना भी माल हैं हमें मिलकर आपस मैं बांट लेना चाहिए क्योंकि यात्रा में हम दोनों एक साथ में निकले है और हमारी मंजिल भी एक ही है,

और इस सफर में हमें जो भी चीज मिलेगी हम उसे आधा आधा करके बांट लेंगे इस लिए इस पर्स पर जितना हक तुम्हारा है उतना हक मेरा भी  है दूसरे व्यक्ति की बात सुनकर, 

पहला व्यक्ति बोला बिल्कुल भी नहीं तुम्हारा इस पर्स पर  कोई भी हक नहीं है इस पर्स को मैंने उठाया है और इस पर सिर्फ और सिर्फ मेरा ही हक है क्यू की इस पर्स पर नजर पहले मेरी पड़ी थी मैं तुम्हें इसमें से एक फूटी कौड़ी नहीं दूंगा और दोनों की बीच रोड पर ही बहस होने लगती है और दोनों आपस में झगड़ने लगते हैं ,

उस पर्स को लेकर तभी अचानक से उन्हें पीछे से क्राउड की आवाज आती है जिसमें से 10-15 लोग होते हैं और जब वे सारे लोग रोड पर आते हैं तो वह देखते हैं कि पहले वाले व्यक्ति के हाथ में पर्स होता है और उन्हीं में से एक आदमी बोलता है वह देखो उसके हाथ में मेरा पर्स हैं वही मेरा पर्स चुरा कर भाग रहा है,

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The Travellers And Purse Story In Hindi

चलो सब जने मिल कर उसे पकड़ते हैं और उसे अच्छा सबक सिखाते हैं कहीं वह भाग न जाए दोनों ने पलट कर देखा तो उन सभी के हाथों में हथियार थे किसी के हाथ में बेसबॉल का डंडा था किसी के हाथ में  डंडा था  किसी के हाथ में लोहे की रॉड थी तो किसी के हाथ में चेन थी किसी के हात मैं लाठिया थी जो उन्हें मारने के लिए सब लोग भाग रहे थे, 

उन सभी को अपनी ओर आते देख पहला वाला व्यक्ति थरथर कांपने लगता है वह खूब डर जाता है और कहने लगता है  कि भाई अगर यह लोग हम तक पहुंच गए और इन्होने हमें पकड़ लिया तो यह हमें तो पहले खूब मारेंगे उसके बाद यह हमें पुलिस थाने में बंद करा देंगे और हमसे हमारा बटुआ भी छीन लेंगे अब हम क्या करें तुम तो कुछ बोलो कैसे हम अपनी जान बचाएं इनसे  

तब दूसरा व्यक्ति बोलता है यह बटुआ हमारा नहीं सिर्फ तुम्हारा है अभी थोड़ी देर पहले ही तुम मुझे ज्ञान दे रहे थे मैं जब तुम्हें समझा रहा था की इस पर्स मैं जितना भी माल हैं हमें आपस मैं बाट लेना चाहिए तब तुमने क्या कहा था कि मैं तुम्हें फूटी कौड़ी नहीं दूंगा और इस पर्स पर सिर्फ और सिर्फ मेरा ही हक है, 

किसी और का नहीं इसलिए अब यह सारी भीड़ से तुम ही ऐकले निपटना  और अकेले ही थाने जाना अब तुम्हे इन लोगो से कैसे निपटना हैं अपने बचने का रास्ता खुद ही ढूँढो तुम ही जानो मैं तुम्हारे साथ में नहीं हूं और यह कह कर दूसरा व्यक्ति वहां से चला जाता है,

पहले वाले व्यक्ति को  उन सभी लोगों ने पकड़ लिया उसके बाद उस की जमकर पिटाई की और उसे बटुआ भी छीन लिया और उसे थाने में भी बंद करा दिया उसके ऊपर चोरी का इल्जाम लगा दिया,

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सीख ( The Travelers And The Purse Story In Hindi )

अच्छे वक्त में जब हम किसी से अपना पीछा छुड़ा लेते हैं और उसे दुत्कार कर भगा देते हैं उसकी कदर नही करते हैं उसकी बात नहीं सुनते हैं तो हमें अपने बुरे वक्त में भी उस से किसी भी प्रकार की उम्मीद करना बेकार है 

अपने अच्छे वक्त मैं अपनों का साथ कभी न छोड़े ताकि जब वक्त बदले और फिर आपका बुरा वक्त आ जाए तो वे भी आपके साथ खड़े रहे आपकी परेशानी को खत्म करने के लिए क्यू वक्त बदलते देर नहीं लगती  

Conclusion निष्कर्ष

दोस्तों हम आशा करते हैं कि आपको हमारी यह कहानी राहगीर और एक पर्स की कहानी जरूर पसंद आई होगी अगर आपको यह कहानी हमारी पसंद आती है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर  जरूर करें ताकि वह लोग भी इस कहानी से कुछ सीख सकें 

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अपना कीमती समय हमें देने के लिए आप सभी का तहे दिल से धन्यवाद 

 

राधे कृष्णा

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